Bihar Hari Khad Yojana 2024: बिहार में दोबारा शुरू की गई हरी खाद योजना का उद्देश्य मूंग और ढैंचा जैसी हरी खाद वाली फसलों की खेती के लिए अनुदान प्रदान करके किसानों का समर्थन करना है। राज्य सरकार इन फसलों के लिए ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान करती है। बिहार के किसान इस पहल से लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
Bihar Hari Khad Yojana 2024 के तहत ढैंचा बीज पर अनुदान का लाभ उठाने के लिए बिहार के निवासियों को ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यह योजना किसानों को ढैंचा खेती के लिए सहायता प्राप्त करने का एक सुविधाजनक तरीका प्रदान करती है, जो टिकाऊ कृषि पद्धतियों में योगदान देती है। यदि आप बिहार के निवासी हैं और Bihar Hari Khad Yojana 2024 के तहत सहायता चाहते हैं, तो यह लेख आवेदन करने के तरीके के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान करता है, इसलिए लेख के अंत तक बने रहे।
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Bihar Hari Khad Yojana 2024 क्या हैं?
बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई हरी खाद योजना का उद्देश्य मूंग और ढैंचा फसलों की खेती के लिए किसानों को सब्सिडी के माध्यम से समर्थन देना है। Bihar Hari Khad Yojana 2024 के तहत, किसान मूंग के बीज के लिए 80 प्रतिशत और ढैंचा की खेती के लिए 90 प्रतिशत की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। सरकार का इरादा इस पहल के जरिए गर्मी के मौसम में 28,000 हेक्टेयर में ढैंचा की खेती करने का है।
इस योजना का लाभ पाने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। बिहार राज्य बीज निगम सभी जिलों के लिए विशिष्ट लक्ष्य निर्धारित करते हुए गरमा फसलों के लिए सब्सिडी प्रदान करेगा। एक बार किसान आवेदन कर दें, तो वे निगम के डीलर नेटवर्क या ब्लॉक या जिला स्तर पर अन्य नामित स्रोतों से बीज प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के तहत सरकार अधिकतम 20 किलोग्राम बीज उपलब्ध कराती है।
बिहार हरी खाद योजना 2024 का उद्देश्य
बिहार सरकार की Bihar Hari Khad Yojana 2024 का प्राथमिक उद्देश्य राज्य के भीतर जैविक खेती को बढ़ावा देना है। मूंग और ढैंचा की खेती करके किसान जीवाश्म और कार्बनिक पदार्थ दोनों की उपस्थिति बढ़ाकर मिट्टी की उर्वरता बढ़ा सकते हैं।
इस पहल के माध्यम से, किसानों को ऑनलाइन आवेदन करने और कम कीमतों पर बीज प्राप्त करने का अवसर मिलता है। इससे न केवल किसानों की आय में वृद्धि होती है, बल्कि उनके समग्र जीवन स्तर में भी वृद्धि होती है, जो बिहार में स्थायी कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने और आजीविका में सुधार लाने की योजना के लक्ष्य के अनुरूप है।
ढैंचा क्या हैं?
ढैंचा की फसल एक किफायती और प्रभावी हरी खाद के रूप में काम करती है, जो मिट्टी को पर्याप्त नाइट्रोजन प्रदान करती है, जिससे बाद की फसलों में यूरिया की आवश्यकता कम हो जाती है। हरी खाद के माध्यम से मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ बढ़ाने से पोषक तत्वों की संतुलित उपलब्धता के साथ-साथ मिट्टी और जल संरक्षण में वृद्धि होती है, जिससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है।
जब फसल को खेत में शामिल और विघटित किया जाता है, तो यह नाइट्रोजन, पोटाश, सल्फर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जस्ता, तांबा और लौह जैसे विभिन्न आवश्यक पोषक तत्व जारी करती है। पोषक तत्वों से भरपूर इस प्रक्रिया से फसल की पैदावार बढ़ती है और रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम होती है, जिसके कृषि लागत कम होती है।
इस लाभकारी अभ्यास को सुविधाजनक बनाने के लिए, कृषि विभाग हर साल किसानों को खरीफ सीजन की शुरुआत से पहले पूर्व-उपचारित बीज प्रदान करता है, जिससे टिकाऊ कृषि विधियों और लागत प्रभावी कृषि प्रथाओं को बढ़ावा मिलता है।
बिहार हरी खाद योजना 2024 के लिए पात्रता मापदंड
- Bihar Hari Khad Yojana 2024 के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए आवेदकों को बिहार राज्य का निवासी होना चाहिए।
- राज्य में रहने वाले सभी किसान इस योजना में भाग लेने के लिए आवेदन करने के पात्र हैं।
- मूंग और ढैंचा फसल की खेती करने वाले किसान इस योजना के तहत लाभ के लिए आवेदन करने के पात्र हैं।
- इस योजना के तहत पात्रता के लिए आवेदक किसान का बैंक खाता उनके आधार कार्ड से जुड़ा होना चाहिए।
बिहार हरी खाद योजना 2024 के लिए जरुरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- किसान पंजीकरण संख्या
- मोबाइल नंबर
- बैंक पासबुक
बिहार हरी खाद योजना 2024 का फायदा क्या हैं?
राज्य सरकार ने घोषणा की है कि Bihar Hari Khad Yojana 2024 के पात्र किसानों को 22 मई तक बीज वितरित किए जाएंगे। बिहार में ढैंचा बीज पर सब्सिडी चाहने वाला कोई भी किसान बिहार हरि खाद योजना के माध्यम से आवेदन कर सकता है। बिहार हरित खाद योजना छोटे और सीमांत किसानों को प्राथमिकता देती है।
इस योजना के तहत प्रत्येक किसान को अधिकतम 20 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर प्राप्त होगा। इसके अतिरिक्त, बिहार सरकार योजना में भाग लेने वाले किसानों को होम डिलीवरी सेवाएँ प्रदान करती है। इस सेवा का लाभ उठाने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करते समय होम डिलीवरी विकल्प का चयन करना होगा। इसके अलावा, यह योजना राज्य भर के किसानों के लिए मूंग की खेती पर 80% सब्सिडी और ढैंचा की खेती पर 90% सब्सिडी प्रदान करती है।
बिहार हरी खाद योजना 2024 के लिए अप्लाई कैसे करे?
Bihar Hari Khad Yojana 2024 के लिए आवेदन करने के लिए इन चरणों का पालन करें:
- योजना के लिए समर्पित आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- एक बार होमपेज पर, “बीज आवेदन” विकल्प ढूंढें और उस पर क्लिक करें।
- एक नया पेज दिखाई देगा, जिसमें आपको अपना किसान पंजीकरण नंबर दर्ज करने के लिए कहा जाएगा।
- रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करने के बाद खोजें विकल्प पर क्लिक करें।
- फिर आप योजना से संबंधित सभी प्रासंगिक जानकारी तक पहुंच प्राप्त कर लेंगे।
- अप्लाई विकल्प पर क्लिक करके आगे बढ़ें।
- यह क्रिया आपको आवेदन पत्र तक ले जाएगी, जहां आपको आवश्यक जानकारी सटीक रूप से दर्ज करनी होगी।
- निर्देशानुसार सभी आवश्यक दस्तावेज़ स्कैन करें और अपलोड करें।
- एक बार जब आप फॉर्म पूरा कर लें और दस्तावेज़ अपलोड कर लें, तो सबमिट विकल्प पर क्लिक करें।
- सबमिशन के बाद, आपको एक रसीद प्राप्त होगी, जिसे आपको प्रिंट करना होगा और अपने रिकॉर्ड के लिए सुरक्षित रूप से रखना होगा।
- इन चरणों का पालन करके, आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और योजना द्वारा दिए जाने वाले लाभों का लाभ उठा सकते हैं।
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FAQs
बिहार हरी खाद योजना 2024 में भाग लेने के लिए कौन पात्र है?
बिहार में रहने वाले सभी किसान Bihar Hari Khad Yojana 2024 में भाग लेने के पात्र हैं। प्राथमिकता अक्सर छोटे और सीमांत किसानों को दी जाती है। योजना के तहत ढैंचा बीज पर सब्सिडी और अन्य लाभ प्राप्त करने के लिए, किसानों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके बैंक खाते उनके आधार कार्ड से जुड़े हुए हैं और राज्य सरकार द्वारा प्रदान किए गए नामित ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन करें।
बिहार हरी खाद योजना 2024 के तहत किसान को क्या लाभ मिलता हैं?
Bihar Hari Khad Yojana 2024 में भाग लेने वाले किसान मूंग और ढैंचा जैसी हरी खाद वाली फसलों के लिए बीज पर सब्सिडी सहित विभिन्न लाभों का लाभ उठा सकते हैं। इसके इलावा, यह योजना बीजों के लिए होम डिलीवरी सेवाएं प्रदान करती है, जिससे किसानों के लिए उन तक पहुंच सुविधाजनक हो जाती है।
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